Saturday, 10 November 2018

युगोंसे शापित मानव को

युगोंसे शापित मानव को
युगोंसे शापित मानव को
बदल दिया वरदानोमें
हीनदीनोंके आंसू तुम्हीने
बदले है मुस्कानोंमे

माँ की ममता प्यार पिता का बनकर
दलितोद्धार किया
सदियों से था गिरा हुआ भँवर में
कौम का बेडा पार किया
फूँक दिए है प्राण आपने
निष्प्राणो के प्राणोंमें

वर्णाश्रम के भेदों का सब भेद उलटकर रख दिया
क्रांतिकारी कदम उठा
इतिहास पलटकर रख दिया
गूँज रहे सन्देश भीम के
चारों ओर दिशाओं में 

युगोंसे शापित मानव को
बदल दिया वरदानोमें
हीनदीनोंके आंसू तुम्हीने
बदले है मुस्कानोंमे

शब्दरचना: उत्तम मुळे
गायक: सुरेश वाडकर


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