Wednesday, 23 December 2020

शौर्य हमारा इतिहास है

क्यू है इतना गुस्सा
किस बातकी है नाराजी
बेवजह क्यू हमको बुरा
कहती है जुबां तुम्हारी
***
हम है इसी वतन के, तुम हो इसी वतन के
फिर वतनसे ज्यादा तुमको क्यू जात लगती है प्यारी
***
अब न सहेंगे लोकतंत्र है
हमको आज ये कहने दो
हमें हमारी मिट्टी लौटादो

हमें हमारा इतिहास लौटादो
शौर्य हमारा इतिहास है
हमें हमारा सम्मान लौटादो

सिद्धार्थ गौतम की भूमी को
देखो ये तुमने क्या किया
समता शांती के चमन को तुमने
नफरत की आगसे भर दिया

***
क्या जवाब दू मै, देश की आनेवाली नस्लोंको
आखिर क्यू उजाड रहे हो
संविधानकी, लोकशाहीकी फसलोंको
फुले शाहू और बाबासाहेब आंबेडकरको
अब सच्चे दिलसे अपने दिल में जगह दो
***

हमें हमारी मिट्टी लौटादो
हमें हमारा इतिहास लौटादो
शौर्य हमारा इतिहास है
हमें हमारा सम्मान लौटादो

Lyrics: Sharadaputra Kabeer Shakya

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