Saturday, 29 December 2018

पवित्रता जीवन की बनाये रखना

पवित्रता जीवन की बनाये रखना
यही धम्म है
जनमानस हित में अंतर्मन से जुड़ना
यही धम्म है

A man is shaped by pure thought 
And he becomes what he sought 
When his mind is pure 
Joy follows him for sure

सब्बे सत्ता सुखी होन्तु
सब्बे होन्तु च खेमिनो
सब्बे भद्रानी पस्सन्तु
माकत्र्चि दुःखमागमा

केवल विद्वान ही होना पर्याप्त नही
अहसास के साथ ही जीना दिनरात यहीं
कठिनाई में सच झूठ का परिचय करना
यही धम्म है

( पवित्रता जीवन की बनाये रखना
यही धम्म है
जनमानस हित में अंतर्मन से जुड़ना
यही धम्म है

A man is shaped by pure thought 
And he becomes what he sought 
When his mind is pure 
Joy follows him for sure

सब्बे सत्ता सुखी होन्तु
सब्बे होन्तु च खेमिनो
सब्बे भद्रानी पस्सन्तु
माकत्र्चि दुःखमागमा )

हर दिल में प्यार भरा हो
सुमधुर हो हर वाणी
--- से लिखते जाओ सुख की कहानी
आचार नीती से खुद को नियंत्रित रखना

पवित्रता जीवन की बनाये रखना
यही धम्म है
जनमानस हित में अंतर्मन से जुड़ना
यही धम्म है

अल्बम: Sambuddha (2016)
Lyricist and Singer: Pawa

4 comments:

  1. Melodious morally rich composition singers voice sober. But pronunciation sach-zut must be sach zoot jitna should be jeetnaa it is fine but little improvement can make it immaculate

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